સ્વ. ભાનુમતી જોશી

મારી ધર્મપત્નીને આ બ્લોગ સમર્પિત છે.
આતામંત્ર
सच्चा है दोस्त, हरगिज़ जूठा हो नहीं सकता।
जल जायगा सोना फिर भी काला हो नहीं सकता।
————
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8 को लिखो 8 बार; उत्तर आए 1000, बताओ कैसे?
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888
88
8
8
+8
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1000
टमाटर मटर – टर लगा तीसरा सब्जी बताओ ?
कटर (कटहल का मालवी नाम)
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तीन विकल्प
बहुत समय पहले की बात है , किसी गाँव में एक किसान रहता था. उस किसान की एक बहुत ही सुन्दर बेटी थी. दुर्भाग्यवश, गाँव के जमींदार से उसने बहुत सारा धन उधार लिया हुआ था. जमीनदार बूढा और कुरूप था.
किसान की सुंदर बेटी को देखकर उसने सोचा क्यूँ न कर्जे के बदले किसान के सामने उसकी बेटी से विवाह का प्रस्ताव रखा जाये.
जमींदार किसान के पास गया और उसने कहा – तुम अपनी बेटी का विवाह मेरे साथ कर दो, बदले में मैं तुम्हारा सारा कर्ज माफ़ कर दूंगा . जमींदार की बात सुन कर किसान और किसान की बेटी के होश उड़ गए.
तब जमींदार ने कहा –चलो गाँव की पंचायत के पास चलते हैं और जो निर्णय वे लेंगे उसे हम दोनों को ही मानना होगा.वो सब मिल कर पंचायत के पास गए और उन्हें सब कह सुनाया.
उनकी बात सुन कर पंचायत ने थोडा सोच विचार किया और कहा- ये मामला बड़ा उलझा हुआ है अतः हम इसका फैसला किस्मत पर छोड़ते हैं . जमींदार सामने पड़े सफ़ेद और काले रोड़ों के ढेर से एक काला और एक सफ़ेद रोड़ा उठाकर एक थैले में रख देगा फिर लड़की बिना देखे उस थैले से एक रोड़ा उठाएगी, और उस आधार पर उसके पास तीन विकल्प होंगे :
१. अगर वो काला रोड़ा उठाती है तो उसे जमींदार से शादी करनी पड़ेगी और उसके पिता का कर्ज माफ़ कर दिया जायेगा.
२. अगर वो सफ़ेद पत्थर उठती है तो उसे जमींदार से शादी नहीं करनी पड़ेगी और उसके पिता का कर्फ़ भी माफ़ कर दिया जायेगा.
३. अगर लड़की पत्थर उठाने से मना करती है तो उसके पिता को जेल भेज दिया जायेगा।
पंचायत के आदेशानुसार जमींदार झुका और उसने दो रोड़े उठा लिए . जब वो रोड़ा उठा रहा था तो तब तेज आँखों वाली किसान की बेटी ने देखा कि उस जमींदार ने दोनों काले रोड़े ही उठाये हैं और उन्हें थैले में डाल दिया है।
लड़की इस स्थिति से घबराये बिना सोचने लगी कि वो क्या कर सकती है , उसे तीन रास्ते नज़र आये:
१. वह रोड़ा उठाने से मना कर दे और अपने पिता को जेल जाने दे.
२. सबको बता दे कि जमींदार दोनों काले पत्थर उठा कर सबको धोखा दे रहा हैं.
३. वह चुप रह कर काला पत्थर उठा ले और अपने पिता को कर्ज से बचाने के लिए जमींदार से शादी करके अपना जीवन बलिदान कर दे.
उसे लगा कि दूसरा तरीका सही है, पर तभी उसे एक और भी अच्छा उपाय सूझा , उसने थैले में अपना हाथ डाला और एक रोड़ा अपने हाथ में ले लिया . और बिना रोड़े की तरफ देखे उसके हाथ से फिसलने का नाटक किया, उसका रोड़ा अब हज़ारों रोड़ों के ढेर में गिर चुका था और उनमे ही कहीं खो चुका था .
लड़की ने कहा – हे भगवान ! मैं कितनी फूहड़ हूँ . लेकिन कोई बात नहीं .आप लोग थैले के अन्दर देख लीजिये कि कौन से रंग का रोड़ा बचा है , तब आपको पता चल जायेगा कि मैंने कौन सा उठाया था जो मेरे हाथ से गिर गया.
थैले में बचा हुआ रोड़ा काला था , सब लोगों ने मान लिया कि लड़की ने सफ़ेद पत्थर ही उठाया था.जमींदार के अन्दर इतना साहस नहीं था कि वो अपनी चोरी मान ले .लड़की ने अपनी सोच से असम्भव को संभव कर दिया.
मित्रों, हमारे जीवन में भी कई बार ऐसी परिस्थितियां आ जाती हैं जहाँ सबकुछ धुंधला दीखता है, हर रास्ता नाकामयाबी की और जाता महसूस होता है पर ऐसे समय में यदि हम परमपरा से हट कर सोचने का प्रयास करें तो उस लड़की की तरह अपनी मुशिकलें दूर कर सकते हैं
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‘ગાલિબ મેરે કલાલમેં ક્યું કર મઝા ન હો ?
પીતા હું ધોકે ખુસરવે શીરી સુખન કે પાંવ.’
મારી રચનાઓ કેમ સરસ … દરબારી કવિ હોવાના કારણે ખુસરોને પણ સુલતાનોની તારીફ કરતી શાયરી રચ્યા વિના છૂટકો ન હતો. … અને
સાધુ પ્યાસા ક્યું?
ઘોડા અડા ક્યું ?
બન્નેના જવાબ
જવાબ – લોટા ન થા
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एक बार एक किसान का घोडा बीमार हो गया। उसने उसके इलाज के लिए डॉक्टर को बुलाया। डॉक्टर ने घोड़े का अच्छे से मुआयना किया और बोला, “आपके घोड़े को काफी गंभीर बीमारी है। हम तीन दिन तक इसे दवाई देकर देखते हैं, अगर यह ठीक हो गया तो ठीक नहीं तो हमें इसे मारना होगा। क्योंकि यह बीमारी दूसरे जानवरों में भी फ़ैल सकती है।”
यह सब बातें पास में खड़ा एक बकरा भी सुन रहा था। अगले दिन डॉक्टर आया, उसने घोड़े को दवाई दी चला गया। उसके जाने के बाद बकरा घोड़े के पास गया और बोला, “उठो दोस्त, हिम्मत करो, नहीं तो यह तुम्हें मार देंगे।” दूसरे दिन डॉक्टर फिर आया और दवाई देकर चला गया। बकरा फिर घोड़े के पास आया और बोला, “दोस्त तुम्हें उठना ही होगा। हिम्मत करो नहीं तो तुम मारे जाओगे। मैं तुम्हारी मदद करता हूँ। चलो उठो”
तीसरे दिन जब डॉक्टर आया तो किसान से बोला, “मुझे अफ़सोस है कि हमें इसे मारना पड़ेगा क्योंकि कोई भी सुधार नज़र नहीं आ रहा।” जब वो वहाँ से गए तो बकरा घोड़े के पास फिर आया और बोला, “देखो दोस्त, तुम्हारे लिए अब करो या मरो वाली स्थिति बन गयी है। अगर तुम आज भी नहीं उठे तो कल तुम मर जाओगे। इसलिए हिम्मत करो। हाँ, बहुत अच्छे। थोड़ा सा और, तुम कर सकते हो। शाबाश, अब भाग कर देखो, तेज़ और तेज़।”
इतने में किसान वापस आया तो उसने देखा कि उसका घोडा भाग रहा है। वो ख़ुशी से झूम उठा और सब घर वालों को इकट्ठा कर के चिल्लाने लगा, “चमत्कार हो गया। मेरा घोडा ठीक हो गया। हमें जश्न मनाना चाहिए।आज बकरे का गोश्त खायेंगे।”
ઘોડા અને બકરાની જગ્યાએ કોને મુકશો ?
……………………………………………….સુનો
5:27
Seene Mein Sulagte Hain | The King Of Ghazals – Live Concert | Jagjit Singh
Saregama GenY
4 વર્ષ પહેલાં70,816 વાર જોવાઈ
Jagjit Singh – Close To My Heart Live Concert Song :- Seene Mein Sulagte Hain Singer :- Jagjit Singh Music Director :- Anil ..
Seene Mein Sulagte Hain | The King Of Ghazals – Live … – YouTube
Video for youtube Seene Mein Sulagte Hain▶ 5:27
Jun 26, 2012 – Uploaded by Saregama GenY
Jagjit Singh – Close To My Heart Live Concert Song :- Seene Mein Sulagte Hain Singer :- Jagjit Singh Music .
પ્રિય પ્રજ્ઞાબેન
જગજિતના મુખે ગઝલ સાંભળી
કોયડા પણ ઉકેલવાની ટ્રાય કરી ખેડૂતની છોકરીની હોશિયારી ઉપર સદકે જાવાં .
જગજીત જાતાં જગતમાં આવી ગઝલ ગવાશે નઈ
લોટા ન થા
मा केटला गध्धा उदासा क्युं ?
બસ કશું જ બોલાય નહિ. વિદ્વાનોની સમક્ષ મોં બંધ રાખીને બેસવાથી જ જે થોડીઘણી ઈજ્જત હોય તે જળવાઈ રહે. પ્રણામ આતાજી પ્રણામ પ્રજ્ઞાજી.
પ્રિય પ્રવીણકાન્ત શાસ્ત્રી ભાઈ
પ્રજ્ઞા બેનતો ઠીક ઘણું જાણકાર છે . એને તમે વિદ્વાન કહો ઈતો જાણે બરાબર પણ મને પણ તમે વિદ્વાનોની કક્ષામાં મૂકી દીધો . ઈતો તમે ગજબ કરી .
આતાજી, અપુન ગલત બાત નૈ કરતા.
પ્રિય પ્રવીણકાન્ત શાસ્ત્રી ભાઈ
તો તો તમે મને જે પી એચ ડી ની ડિગ્રી આપી છે એ પણ એક નહીં બબ્બે એ મારે મઢાવીને મારા દીવાન ખાનામાં રાખવી પડશે .
ડબલ ડોક્ટરેટ કહેવાય.
Very nice…
પ્રિય મૌલિક ભાઈ
તમને મારી વાતો ગમે છે। એ મારા માટે ખુશીની વાત છે .
બહુ ગમ્યું……….સરસ છે………..
પ્રિય મનસુખભાઇ
તમને મારું કાલું ઘેલું લખાણ ગમે છે . એથી મારો લખવાનો ઉત્સાહ વધે છે .
આતા વાણી, કહે જગ જગ પુરાણી
dhany vaad
Wonderful Gazal. Happy janmashtami
પ્રિય પ્રવિણાબેન
તમારા જેવી ભણેલ સન્નારીઓને મારી ગઝલ ગમે છે . એથી મારી ઉંમર ઘ ટ તી હોય અને શક્તિ વધતી હોય .એવો અનુભવ થાય છે .