Daily Archives: માર્ચ 25, 2016

आता के खातिर ख्वाह अशआर /// खातिर ख्वाः =मन पसंद //अशआर = शेर का बहु वचन

जुबांकोi इजने गोयाई  न कुछ दिलको पज़ीराई        शकील
यही आदाब महफ़िल है तो महफिल्को सलाम अपना       इजन= परवानगी //पज़ीराई = मंजूरी //आदाब=शिष्टाचार //गोयाई=वाणी  ,बोलचाल
आराजी हद बंदिया है  देश क्या प्रदेश क्या
में हुँ  इंसान  वुसुअते  कौनेंन  है मेरा वतन      सिमब अकबराबादी
आराजी= भूमि //वुसुअत=फैलावो //कौनेन=आलोक परलोक //
अल्लहका घर काबेको  कहतेहै  व् लेकिन
देता है पता और मिलता है कंही  और  ……
महरू तेरी साथ  मुझको  शादी करनी चाहिए
बात तेरी ठीक है  लेकिन  जवानी चाहिए  ….पूछनेवाला  आता जैसा  कोई बेवकूफ होगा
माहरू =चन्द्र मुखी
खलवतमे  मिल माशुकने  ऐसा जादू किया
परीशां गेसू वालिने मेरा ग़म  मिटा दिया      खल्वत  = एकांत //परीशां गेसू = बिखरे हुवे बाल
आँख तुम्हारी मस्तभी है मस्तिका पैमाना भी
इक छलकते सागरमे  माय भी है मयखनाभी     सागर
कभी वो दिन थे अपने दिलको हम अपना समझते थे
मगर अब हर बशरके दिलको हम अपना समझते है    …जगन्नाथ  आज़ाद
बशर =मनुष्य
इबादत करते है जो लोग जन्नतकि  तमन्नासे
इबादत तो नहीं है इक किसमकि वो तिज़ारत है     जोश मलीहाबादी
जन्नत =स्वर्ग  इबादत =प्रार्थना   तमन्ना = आशा  इच्छा //तिज़ारत = वेपार