Daily Archives: સપ્ટેમ્બર 17, 2012

દેશીંગાનો ઈતિહાસ- ૪ ; ચાંદખાં અને ગલાલબુ

दरबारे गामना  चोकीदार  तरीके  एक सोराठियो  रबारी  अने एक  सिपाई जातनो मुसलमान ऍम  बे  चोकिदारो  राख्या  एमने पगार  तरीके रोकड़ा पैसाना  बदले जमीन आपवानु   नक्की  करेलुं अने एक पोलिस पटेल तरीके  ब्राह्मण राखेलो.  अने   वहीवटदार  तरीके पण  ब्राह्मण  राखेलो  चोकियात  माटे  “पसायतो ” शब्द वपरातो .पोलिसपटेल ने पगार तरीके पैसा आपवामाँ  आवता .पोलिसपटेल ए मुख्य दरबार जे तालुकदार  तरीके ओळ खातो ए बांटवाना बारेय गामनो  वड़ो  गणातो  .एनी बारेय गामो ऊपर अमुक प्रकारनी  सत्ता  चालती .पोलिस पटेल तालुकदारनो  पण नोकर गणातो .मने खबर छे .त्यारनी वात करूं तो पसायता  तरीके 1 का ना बापा रबारी अने 2 चांदखां बापा   सिपाई हता .    मुसलमानोमा  खान अथवा खां शब्द  पठाणो ना   नामनी पाछल   लागतो पण जेना वडवाओ  मुसलमान    राज्यकर्ताओ ना  वखतमाँ   लश्करी  सिपाईओ  हता  .तेओंना नामनी पाछल पण खां  शब्द  लगाड़े छे. एवीज  रीते इडर बाजुना ठाकरडा ओ   के जेओना वड्वाओ ए जुना वखतमाँ  इस्लाम धर्म अंगीकार कर्यो छे .तेओ पण पोताना  नाम पाछल खां शब्द लगाड़े  छे .एवी रीते  जयपुर  बाजुना  इस्लाम धर्म पालता  राजपूतो  के जे कायमखानी  मुसलमान तरीके ओळखाय छे .तेओना  नाम पाछळ  पण खां  शब्द लागे  छे .आ आपने थोड़ी बीजी  जाणवा  जेवी वात करी .

पसायता  चाँदखां  बापाना  मोटाभाई बोदेखां गाम माँ  पसायता नी  नोकरी करता त्यारे चाँद खां  बापा सरदारगढ़  पटेल खेडुतने  त्यां  साथी  हता .    पटेलनी कुंवारी  जुवान दिकरी  गलाल  बपोरे भात लैने चाँदखां ने जमाड वा  जाय .  चाँद खां  कुंवारो  गलाल जेवड़ी उमरनो  हतो .गलालना  बापने चाँदखां  उपर  बहु विश्वास  हतो .पण एक कहेवत  आ प्रसंगे  कहूं  छुं .

” विद्या,वनिता ,द्रूम लता ,यह   नहीं  चिने  जात ,
जोरहे  नित उसके संगमें ताहिमे लिपटात.

ए  रीते   चाँद खां  अने  गलाल   वच्चे  प्रेम थई गयो . अने पछी  सरदारगढ़ ना  बाबी दरबारे चाँदखां अने  गलालना निकाह पढावी  आप्या .गलाले इस्लाम धर्म स्विकार्यो .नामतो एज राख्युं पण पाछल बू शब्द लाग्यो . चाँद खां गलालबू  लडिने  लई  देशींगा  आवयो .चाँद खां न मोटाभाई बोदेखाँ  गाममाँ  लग्न प्रसंगे  ढोल  वगाड वानु  काम करता जातना माणसनी  दिकरी लाडू  साथे लगन कर्याँ  पछी  लाडू लाडूबू   थई गई   आने देशींगा माँ   सुयाणी तरीके  सेवा आपवा लागी  तेने संतानमाँ एक दिकरी  थएली  जे कुतियाणाना  सिपाई जिवाणखां  वेरे परणे ली  तेने  एक दिकरो  हबीब खां उर्फ़े अबू  उरफे अबुड़ो  हतो . जे  देशिंगा  एनी नानी  लाडूबू  पासेज रहेतो ते बहु सरल स्वभावनो   हतो .तेने शिकार करता में जोयो नथी ते भेंसो चरावतो .तेने  दादिबू   नामे बीबी हती .तेने कोई संतान  थेलु  नहीं  दादिबू दरबार ना नोकरो हता  तेओ साथे  ते बहु हळी मळीने रहेती .आम जोवा  जावतो  ए गामना दरेक जुवानिया  साथे हळी मळी ने रहेती .चाँद खां ने गालाल बूथी संतानमाँ बे दिकरा अने एक दिकरी थैली दिकरी ने वनथली ना  कसाई साथे लगन करेला .दिकरो इभरामखां ना लगन   मेघवालना तुरिनी  दिकरी   साथे   थएलां  आने बीजा दिकरा रहेमानखां  उरफे सिदी ना लगन इस्लाम धर्म अंगिकार करेला मेघवाल  कुटुंबनी    दिकरी  साथे  थएलां  . बाबी दरबार नवरंगखां के ऐना बाप कोई मोर के कबूतरने   मारता  नहीं.ज्यारे सिदिए   गाममाँ  एक एक मोर,ने  ढेल ने मारी  नाखेला  .गाममाँ  चारण आई तरफ के घंटेश्वर  तरफ  दरबारो  अने ऐना नोकरो कोई पशु पंखीनो  शिकार करता नहीं दरबार मुजफ्फर खां बहु भला माणस हता .तेओना  बन्ने पग  भांगेला हता .एटले तेओ डेलीमाँ   बेसी रहेता .अने तेओने कंपनी आपवा मयूर अने मालदेना  दादाना  दादा भोजा बापा बापुनी सनमुख ओटा  ऊपर कायम बेसी रहेता मोटा दरबार ना  प्रथमना बीबी जन्नत नशीनशीन न