Daily Archives: સપ્ટેમ્બર 7, 2012

नगमा -ए -नरेशकुमार “शाद ”

तुझको गुलरुख देखा  जब मयनोश होजाना पडा

गुलसितांको मयकदा बरदोश होजाना पड़ा ……1

अल्ला अल्ला  जज्बाए बेईखत्यारे  आरजू

आज उन्हें खुद  मुझसे हमआगोश  होजाना पड़ा …2

साक़िया तेरी नज़रकी  लाज रखने  के लिए

होशमे  होते हुवे मदहोश होजाना  पड़ा ….3

हुस्नने जिस वक्त उठाई अपने चेहरेसे  नकाब

मुझको अपने आपसे रूपोश होजाना  पड़ा …..4

आजकल्के पारसओंकी  रविशको देखकर

इन्तेकामन ” शाद “को मयनोश होजाना पड़ा 5