Daily Archives: ઓગસ્ટ 30, 2012

सारे जहांसे अच्छा हिन्दोसतां हमारा

सारे जहाँसे   अच्छा हिन्दोसतां  हमारा

हम बुलबुलें है उसकी वो गुलसितां हमारा ….1

परबत है सबसे ऊँचा हिमालया  हमारा

हमसाया  आसमांका वो पासबां हमारा ….2

गोदीमे खेलती  है जिस्की हज़ारों नदियाँ

गुलशन है जिस्के  दमसे रश्के जिनां हमारा ….3

यूनानो मिस्रो रुमो सब मिट गए जहांसे

अब तक मगर है बाक़ी नामोनिशां  हमारा …4

कुछ बात  है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी

सदियों रहा है  दुश्मन दौरे जमां हमारा …..5

अय आबे रूहे गंगा वो दिन है याद तुज़को

उतरा तेरे किनारे जब कारवां हमारा ……6

मज़हब नहीं सिखाता आपसमे बैर रखना

हिंदी है हम वतन है हिन्दोसतां  हमारा ……7

“इकबाल “कोई मरहम अपना नहीं जहाँमें

मालूम क्या किसीको दर्दे निहां हमारा …..8

मालूम क्या किसीको दर्दे निहां  हमारा ….7